पहलगाम हमला और ऑपरेशन सिंदूर: संसद में होगी 16 घंटे की बहस

पहलगाम हमले पर संसद में 16 घंटे की बहस, कांग्रेस ने उठाए सवाल।

Published · By Bhanu · Category: Politics & Government
पहलगाम हमला और ऑपरेशन सिंदूर: संसद में होगी 16 घंटे की बहस
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संसद में सोमवार, 28 जुलाई 2025 से 'पहलगाम-ऑपरेशन सिंदूर' पर एक अहम बहस शुरू होने जा रही है। लोकसभा में इस विषय पर 16 घंटे चर्चा होगी, जबकि राज्यसभा में यह बहस एक दिन बाद शुरू होगी। इस बहस से पहले कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर कई गंभीर सवाल उठाए हैं।

आतंकी अब तक फरार: कांग्रेस का आरोप

रविवार, 27 जुलाई 2025 को कांग्रेस ने कहा कि 22 अप्रैल 2025 को हुए पहलगाम आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादी अब तक पकड़े नहीं गए हैं। कांग्रेस संचार प्रमुख जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि उनकी पार्टी ऑपरेशन सिंदूर अचानक रोके जाने के बाद संसद का दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाने की मांग कर रही थी, लेकिन उनकी मांग को अनसुना कर दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि देर आए दुरुस्त आए।

खुफिया विफलता और पिछली घटनाओं का जिक्र

जयराम रमेश ने बताया कि पहलगाम हमले के पीछे वही आतंकवादी शामिल थे, जो दिसंबर 2023 में पुंछ और अक्टूबर 2024 में गंगागिर और गुलमर्ग में हुए आतंकी हमलों में शामिल थे। उन्होंने 24 अप्रैल को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक का भी जिक्र किया, जिसमें खुफिया तंत्र की खामियों पर सवाल उठाए गए थे। रमेश ने यह भी याद दिलाया कि 14 जुलाई 2025 को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सार्वजनिक तौर पर स्वीकार किया था कि पहलगाम आतंकी हमला निश्चित तौर पर एक सुरक्षा विफलता थी।

ट्रंप के दावों पर कांग्रेस का पलटवार

कांग्रेस नेता ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उन बयानों पर भी निशाना साधा, जिनमें उन्होंने 26 बार यह दावा किया था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को व्यापार रोकने की धमकी देकर खत्म किया था। ट्रंप ने यह भी दावा किया था कि इस दौरान पांच लड़ाकू विमान मार गिराए गए थे। रमेश ने कहा कि ट्रंप ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख को दोपहर के भोजन पर आमंत्रित किया, जो पहले कभी नहीं हुआ। इसके अलावा, अमेरिकी सेंट्रल कमांड के प्रमुख जनरल माइकल कुरिल्ला ने पाकिस्तान को आतंकवाद विरोधी अभियानों में "अभूतपूर्व भागीदार" बताया था, और हाल ही में अमेरिकी विदेश सचिव ने पाकिस्तानी उप-प्रधानमंत्री से मुलाकात में पाकिस्तान की सराहना की थी।

सैन्य अधिकारियों के अहम खुलासे

जयराम रमेश ने उन महत्वपूर्ण बिंदुओं का भी उल्लेख किया, जिन्हें विपक्ष संसद में उठा सकता है। उन्होंने बताया कि 30 मई को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने सिंगापुर में ऑपरेशन सिंदूर के शुरुआती दो दिनों में हुई "रणनीतिक गलतियों" पर अहम खुलासे किए थे। 29 जून को इंडोनेशिया में भारतीय रक्षा अताशे ग्रुप कैप्टन शिव कुमार ने कहा था कि राजनीतिक फैसलों ने सैन्य अभियानों को बाधित किया था। रमेश ने यह भी बताया कि 4 जुलाई 2025 को सेना के उप-प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने खुलासा किया था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों के मामले में चीन से मुकाबला किया था, जो एक बिल्कुल नया परिदृश्य था।

मीडिया कवरेज पर भी उठाए गए सवाल

कांग्रेस नेता ने भारतीय मीडिया के एक वर्ग द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के दौरान किए गए "बेतुके दावों" पर भी टिप्पणी की, जिनका आरोप है कि यह प्रधानमंत्री के मीडिया प्रबंधकों की शह पर हुआ था। रमेश ने कहा कि ऐसे दावों ने गंभीर रूप से पेश की जा रही कहानी का मज़ाक उड़ाया। उन्होंने आगे कहा कि इस तरह की कहानी को देश के भीतर ज्यादा स्वीकार किया गया, बजाय उन देशों के जहां पहुंच बनाने की कोशिश की गई थी।

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