कांग्रेस ने पूछा - 'ऑपरेशन सिंदूर' क्यों रोका? एयर चीफ के खुलासे के बाद पीएम मोदी पर सवाल
कांग्रेस ने 'ऑपरेशन सिंदूर' रोकने पर पीएम मोदी से सवाल किए।


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कांग्रेस ने शनिवार (9 अगस्त, 2025) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया है कि 'ऑपरेशन सिंदूर' को 10 मई को अचानक क्यों रोक दिया गया था और इस फैसले के पीछे किसका दबाव था। यह सवाल भारतीय वायु सेना (आईएएफ) प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह के एक बड़े खुलासे के बाद उठाया गया है, जिसमें उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान पांच पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों को मार गिराया गया था।
एयर चीफ का बड़ा खुलासा
बेंगलुरु में आयोजित 16वें एयर चीफ मार्शल एल एम काट्रे मेमोरियल लेक्चर में बोलते हुए एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने कहा कि भारतीय वायु सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पांच पाकिस्तानी लड़ाकू जेट और एक बड़े विमान को मार गिराया था। उन्होंने इस घटना को भारत द्वारा दर्ज की गई अब तक की सबसे बड़ी 'सतह से हवा में मार गिराने' (Surface-to-Air Kill) की कार्रवाई बताया।
कांग्रेस ने उठाए सवाल
कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, "आज एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह द्वारा किए गए नए खुलासे को देखते हुए यह और भी चौंकाने वाला है कि प्रधानमंत्री ने 10 मई की शाम को अचानक 'ऑपरेशन सिंदूर' क्यों रोक दिया था।" उन्होंने सरकार से सवाल करते हुए पूछा, "प्रधानमंत्री पर यह दबाव कहां से आया और उन्होंने इतनी जल्दी हार क्यों मान ली?"
ऑपरेशन सिंदूर में क्या हुआ?
एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने ऑपरेशन के बारे में और जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस दौरान कम से कम एक AWC (एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल) विमान एक हैंगर में मौजूद था, और कुछ F-16 विमान भी रखरखाव के अधीन थे। उन्होंने पुष्टि की कि पांच लड़ाकू विमान और एक बड़ा विमान (जो AWC हो सकता है) करीब 300 किलोमीटर की दूरी पर मार गिराए गए। एयर चीफ ने यह भी बताया कि इस ऑपरेशन के परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में ड्रोन और कुछ मिसाइलें भारतीय क्षेत्र में गिरी थीं। उन्होंने कहा, "सुक्कुर एयरबेस पर हवाई अड्डे और मुख्य इमारत पर हमला किया गया, जिसका इस्तेमाल कभी-कभी नागरिक टर्मिनल के रूप में भी होता था। हमने वहां यूएबी हैंगर और रडार साइट पर भी हमला किया।"
ऑपरेशन का मकसद
मई में चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' का उद्देश्य पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकी समूहों से जुड़े ठिकानों पर सटीक हमले करना था। भारतीय वायु सेना ने यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को हुए पहलगाम नरसंहार के जवाब में शुरू किया था। इसका मुख्य लक्ष्य आतंकी ढांचे को नष्ट करना और प्रमुख आतंकियों को निष्क्रिय करना था।