चीन और जापान में हमले: क्या बढ़ रहा है विदेशी-द्वेष का खतरा?
चीन और जापान में विदेशियों पर हमले, ज़ेनोफोबिया का खतरा बढ़ा।


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चीन और जापान में हाल ही में हुए हमलों ने दोनों देशों में विदेशियों के प्रति बढ़ती घृणा (ज़ेनोफोबिया) पर चिंता बढ़ा दी है। ये घटनाएँ ऐसे समय में हुई हैं जब दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव देखा जा रहा है।
चीन में जापानी महिला पर हमला
क्या हुआ?
गुरुवार, 1 अगस्त 2025 की शाम को चीन के सूज़ौ शहर में एक जापानी महिला पर हमला किया गया। खबरों के मुताबिक, उन पर पत्थर जैसी किसी चीज़ से हमला किया गया, जिससे वह घायल हो गईं।
घटना का विवरण
जापानी मीडिया आउटलेट्स के अनुसार, यह घटना सूज़ौ के एक सबवे स्टेशन के अंदर हुई। महिला अपने बच्चे के साथ थी, लेकिन बच्चा सुरक्षित रहा और उसे कोई चोट नहीं आई। हमले के बाद महिला को अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया, जिसके बाद वह अपने घर लौट आईं। शंघाई में जापानी महावाणिज्य दूतावास ने इस घटना की पुष्टि की है।
पुलिस की प्रतिक्रिया
शुक्रवार शाम तक सूज़ौ पुलिस ने इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया था। पुलिस को किए गए फोन कॉल का भी जवाब नहीं मिला। हालांकि, जापानी समाचार एजेंसी क्योडो ने बताया है कि इस हमले के संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है।
टोक्यो में चीनी नागरिकों पर हमला
जापान में क्या हुआ?
इसी गुरुवार को टोक्यो, जापान में भी दो चीनी नागरिक गंभीर रूप से घायल हो गए। चीनी दूतावास ने एक बयान में बताया कि चार हमलावरों ने उन पर अज्ञात हथियारों से हमला किया। ये हमलावर अभी भी फरार हैं और उनकी पहचान स्पष्ट नहीं है।
चीनी दूतावास की अपील
जापान में चीनी दूतावास ने जापानी अधिकारियों से इस हमले के हमलावरों को पकड़ने और जापान में चीनी नागरिकों की सुरक्षा व कानूनी अधिकारों को सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। दूतावास ने जापान में "विदेशी-द्वेष की भावना में हालिया तेज़ी" पर भी चिंता जताई है।
विदेशी-द्वेष की चिंता
ये हमले दोनों देशों में विदेशियों के प्रति बढ़ती नफरत को लेकर गंभीर चिंता पैदा करते हैं। पिछले कुछ समय से चीन और जापान, दोनों जगहों पर ऐसे हमले देखने को मिले हैं, जिनके पीछे विदेशियों के प्रति नफरत को एक कारण माना जा रहा है।
पहले के ऐसे मामले
यह चीन में जापानियों से जुड़ा तीसरा ऐसा हमला है जो पिछले एक साल में हुआ है। पिछले दो मामलों को चीनी अधिकारियों ने "अलग-थलग घटनाएँ" बताया था।
शेनझेन में हमला
पिछले साल सितंबर में, दक्षिणी चीन के शेनझेन शहर में एक 10 वर्षीय जापानी छात्र की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। यह घटना शेनझेन जापानी स्कूल के गेट के पास हुई थी। इस मामले में चीनी हमलावर को मौत की सज़ा सुनाई गई है।
सूज़ौ में एक और हमला
जून 2024 में भी सूज़ौ में एक जापानी महिला और उसका बच्चा एक चीनी व्यक्ति के हमले में घायल हो गए थे। उस हमले में एक चीनी बस अटेंडेंट की जान चली गई थी, जिसने उन्हें बचाने की कोशिश की थी। उस हमलावर को भी मौत की सज़ा मिली है।
सुरक्षा की मांग
शुक्रवार को चीन में जापानी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने चीनी अधिकारियों से जापानियों की सुरक्षा और संरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है। उन्होंने अपने बयान में कहा, "यह बेहद अफसोसजनक है कि ऐसी घटना फिर से हुई है। कर्मचारियों और उनके परिवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना चीन में व्यापार करने के लिए मूलभूत है।"