इंडोनेशिया स्कूल हादसा: मरने वालों की संख्या 50 पार, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
इंडोनेशिया स्कूल हादसे में 50 से अधिक लोगों की मौत, बचाव जारी।


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इंडोनेशिया के सिदोअर्जो शहर में एक इस्लामिक बोर्डिंग स्कूल की इमारत ढहने से मरने वालों की संख्या 50 से अधिक हो गई है। यह हादसा इस साल देश की सबसे घातक आपदा बन गया है। बचाव कार्य अभी भी जारी है और मलबे से शवों को निकाला जा रहा है।
मृतकों की संख्या 50 पार हुई
बीते सोमवार (29 सितंबर, 2025) को पूर्वी जावा प्रांत के सिदोअर्जो स्थित अल खोजिनी इस्लामिक बोर्डिंग स्कूल की इमारत ढह गई थी। इस हादसे में सैकड़ों, ज्यादातर किशोर छात्र, मलबे के नीचे दब गए थे। बचाव अधिकारियों ने सोमवार (6 अक्टूबर, 2025) को बताया कि मलबे को लगभग पूरी तरह से हटा दिया गया है और अब तक कम से कम 50 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
आपदा शमन एजेंसी (Disaster Mitigation Agency) के उप-प्रमुख, बुडी इरावण ने बताया कि अब तक 50 शव बरामद किए गए हैं। उन्होंने कहा, "यह इस साल एक ही इमारत से हुए हादसों में पीड़ितों की सबसे बड़ी संख्या है।" खोज और बचाव एजेंसी (Search and Rescue Agency) के अधिकारी युधी ब्रामंत्यो ने इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पांच अन्य शरीर के अंग भी मिले हैं, जिससे मरने वालों की कुल संख्या कम से कम 54 होने की संभावना है।
बचाव अभियान जारी
बचाव दल ने रविवार (5 अक्टूबर, 2025) देर रात तक 80% मलबे को हटा दिया था। इस काम में खुदाई करने वाली मशीनों (excavators) का इस्तेमाल किया गया। मलबे से ज्यादातर किशोर पीड़ितों के शव और शरीर के अंग मिले हैं। बचावकर्मी अभी भी 13 और फंसे हुए लोगों की तलाश कर रहे हैं और उम्मीद है कि सोमवार (6 अक्टूबर, 2025) के अंत तक तलाशी अभियान पूरा हो जाएगा। बचाव और राहत दल मलबे से नारंगी रंग के बॉडी बैग (शव रखने वाले बैग) निकालते हुए देखे गए हैं।
निर्माण मानकों पर सवाल
अधिकारियों ने बताया कि इमारत ढहने का मुख्य कारण ऊपरी मंजिलों पर चल रहा निर्माण कार्य था, जिसे स्कूल की नींव सहारा नहीं दे पाई। इस घटना ने देश में निर्माण मानकों में ढिलाई को लेकर गंभीर चिंताएं बढ़ा दी हैं। इंडोनेशिया के धार्मिक मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में लगभग 42,000 इस्लामिक स्कूल (जिन्हें स्थानीय भाषा में पेसेंट्रेन कहा जाता है) हैं। सार्वजनिक निर्माण मंत्री डोडी हंगगोडो ने रविवार (6 अक्टूबर, 2025) को स्थानीय मीडिया को बताया कि इनमें से केवल 50 पेसेंट्रेन के पास ही भवन निर्माण की अनुमति है।
इजाजत को लेकर अनिश्चितता
यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया है कि अल खोजिनी स्कूल के पास निर्माण की अनुमति थी या नहीं। इस भयावह हादसे ने इंडोनेशिया में इमारतों की सुरक्षा और निर्माण नियमों के पालन पर नए सिरे से बहस छेड़ दी है।