फ्रांस के साथ कैदियों की अदला-बदली पर ईरान का बयान
ईरान ने फ्रांस के साथ कैदियों के मुद्दे पर समाधान की इच्छाशक्ति जताई।


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तेहरान: ईरान ने कहा है कि वह फ्रांस के साथ कैदियों के मुद्दे को सुलझाने के लिए 'जरूरी इच्छाशक्ति' देखता है। यह बयान ऐसे समय आया है जब दोनों देशों के बीच कैदियों को लेकर तनाव बढ़ा हुआ है।
क्या कहा ईरान ने
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघेई ने सोमवार (20 अक्टूबर, 2025) को दुबई में एक साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह बात कही। उनसे पूछा गया था कि क्या कैदियों की अदला-बदली की कोई संभावना है। इस पर बाघेई ने कहा, "हम इस मुद्दे पर गंभीरता से नजर रख रहे हैं। हमारा मानना है कि दोनों पक्षों में इस मामले को सुलझाने की जरूरी इच्छाशक्ति मौजूद है।"
मामला क्या है
प्रवक्ता का यह बयान एक ऐसे समय आया है जब एक हफ्ते पहले ही एक ईरानी अदालत ने दो फ्रांसीसी नागरिकों को भारी जेल की सजा सुनाई थी। फ्रांस में भी एक ईरानी छात्रा को हिरासत में लिया गया है, जिसके खिलाफ ईरान ने मनमानी गिरफ्तारी का आरोप लगाया है। दोनों देशों के बीच इस कैदी विवाद को सुलझाने की उम्मीदें अब बढ़ गई हैं।
ईरान में हिरासत में फ्रांसीसी नागरिक
सेसिल कोहलर और उनके साथी जैक्स पैरिस एकमात्र ऐसे फ्रांसीसी नागरिक हैं जो ईरान में हिरासत में हैं। उन्हें 2022 से ही हिरासत में रखा गया है। हाल ही में एक ईरानी अदालत ने उन्हें "भारी जेल की सजा" सुनाई है, जिससे फ्रांस में चिंता बढ़ गई है।
फ्रांस में हिरासत में ईरानी छात्रा
दूसरी ओर, ईरान ने फ्रांस पर महदीह एस्फंदियारी नाम की एक ईरानी छात्रा को मनमाने ढंग से हिरासत में लेने का आरोप लगाया है। महदीह फ्रांस के लियोन शहर में रहती है और उसे इस साल इजरायल-विरोधी सोशल मीडिया पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। ईरान चाहता है कि फ्रांस उसे रिहा करे।
समाधान की उम्मीद
दोनों देशों के बीच इन कैदियों के मामले को लेकर काफी समय से गतिरोध बना हुआ है। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के बयान से अब इस मुद्दे के समाधान, खासकर कैदियों की अदला-बदली की संभावनाओं को बल मिला है। यह देखना होगा कि दोनों देश इस दिशा में आगे क्या कदम उठाते हैं।