मायावती ने की संसद का शीतकालीन सत्र सुचारु चलाने की अपील

मायावती ने संसद के शीतकालीन सत्र को सुचारु चलाने की अपील की।

Published · By Bhanu · Category: Politics & Government
मायावती ने की संसद का शीतकालीन सत्र सुचारु चलाने की अपील
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बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने संसद के आगामी शीतकालीन सत्र को सुचारु रूप से चलाने की अपील की है। उन्होंने सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों से कहा है कि वे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और जनहित के मुद्दों पर सार्थक चर्चा सुनिश्चित करें।

क्या है मुख्य अपील?

पूर्व उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट के जरिए अपनी बात रखी। उन्होंने आगाह किया कि पिछले सत्रों की तरह इस शीतकालीन सत्र में भी काफी हंगामा होने की आशंका है, जो सोमवार, 1 दिसंबर, 2025 से शुरू हो रहा है। हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा कि बसपा चाहती है कि दोनों सदन बिना किसी रुकावट के काम करें, ताकि जरूरी मामलों पर ठोस बहस हो सके।

किन मुद्दों पर चर्चा की मांग?

मायावती ने विशेष रूप से दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण और चुनावी मतदाता सूचियों के विशेष सघन पुनरीक्षण (SIR) जैसे अहम मुद्दों पर संसद में गंभीरता से चर्चा की मांग की है। उनका मानना है कि इन विषयों पर केवल आरोप-प्रत्यारोप लगाने के बजाय, उचित समाधान खोजने के लिए विस्तृत बातचीत होनी चाहिए।

चुनावी सूची संशोधन पर चिंता

बसपा प्रमुख ने चल रहे विशेष सघन पुनरीक्षण (एसआईआर) के दौरान आ रही व्यावहारिक कठिनाइयों और आपत्तियों पर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने बूथ-लेवल अधिकारियों (BLOs) को होने वाली चुनौतियों का जिक्र किया, जिसमें कथित तौर पर काम के दबाव से जुड़ी आत्महत्याएं भी शामिल हैं। मायावती ने कहा कि इन समस्याओं को उचित चर्चा और प्रभावी समाधान के माध्यम से हल किया जाना चाहिए।

नेताओं से क्या कहा?

मायावती ने सभी राजनीतिक दलों से निजी स्वार्थों से ऊपर उठकर काम करने की अपील की। उन्होंने कहा, "केवल आरोप-प्रत्यारोप लगाने से कोई मदद नहीं मिलेगी।" उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार और विपक्ष दोनों को बड़े राष्ट्रीय और जनहित के लिए संवेदनशीलता और गंभीरता के साथ कार्य करना चाहिए, ताकि संसद बिना किसी बाधा के अपना काम कर सके।

सकारात्मक समाधान की उम्मीद

मायावती ने उम्मीद जताई कि शीतकालीन सत्र इन दबावपूर्ण चिंताओं को दूर करने और रचनात्मक प्रयासों को आगे बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त करेगा।

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