भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता 'गेम चेंजर', हर वर्ग को होगा फायदा: पीयूष गोयल

भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता 'गेम चेंजर', हर वर्ग को होगा फायदा।

Published · By Tarun · Category: Business & Economy
भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता 'गेम चेंजर', हर वर्ग को होगा फायदा: पीयूष गोयल
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केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) को 'गेम चेंजर' बताया है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने इस समझौते के तहत भारतीय अर्थव्यवस्था के सभी संवेदनशील क्षेत्रों को पूरी तरह से सुरक्षित रखा है, जबकि किसान और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME) सेक्टर सहित समाज के हर वर्ग को इससे लाभ होगा।

क्या है यह समझौता?

यह समझौता 24 जुलाई को लंदन में हस्ताक्षर किया गया था। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और उनके ब्रिटिश समकक्ष जोनाथन रेनॉल्ड्स ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की मौजूदगी में इस पर हस्ताक्षर किए। दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, समझौते पर हस्ताक्षर करके लौटे गोयल ने यह भी बताया कि अमेरिका और ओमान के साथ व्यापार वार्ता भी तेजी से जारी है।

भारत को क्या मिलेगा फायदा?

पीयूष गोयल ने कहा कि इस समझौते से भारत ब्रिटेन को अपने 99% उत्पादों का निर्यात बिना किसी शुल्क के कर पाएगा। उन्होंने इस समझौते की सफलता का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व को देते हुए कहा, "यह भारत के किसानों, भारतीय उद्योग, MSME सेक्टर, श्रमिकों, युवाओं और मछुआरों के लिए अपार अवसर लाएगा।"

संवेदनशील क्षेत्रों की सुरक्षा

गोयल ने जोर देकर कहा कि यह समझौता ब्रिटेन के साथ "आत्मविश्वास से" भारत की शर्तों पर किया गया है, जिसमें कृषि और इथेनॉल जैसे "संवेदनशील उत्पादों" को पूरी तरह से सुरक्षित रखा गया है। उन्होंने कहा, "हमने भारत के सभी संवेदनशील क्षेत्रों को सुरक्षित रखा है... हमने उन क्षेत्रों को ब्रिटेन के लिए नहीं खोला है। शून्य समझौता और व्यापक लाभ इसे एक अभूतपूर्व मुक्त व्यापार समझौता बनाते हैं।"

विपक्ष पर निशाना और भविष्य की राह

कांग्रेस पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए, पीयूष गोयल ने दावा किया कि यूपीए शासनकाल के दौरान कई बार भारतीय बाजारों को इस तरह से खोला गया, जिससे देश को नुकसान हुआ। उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि यह एफटीए भारत की भविष्य की अर्थव्यवस्था के लिए एक बहुत बड़ा संदेश है। हम सभी देखेंगे कि आने वाले वर्षों में भारत को इसके तहत क्या लाभ मिलेंगे।"

समझौता कब होगा लागू?

मंत्री ने बताया कि यह एफटीए ब्रिटेन की संसद की मंजूरी मिलते ही लागू हो जाएगा। उन्होंने भारतीय उद्योगों से अपील की कि वे इस समझौते का गहन अध्ययन करें और जूते-चप्पल, चमड़ा, खिलौने, दवाएं, रत्न एवं आभूषण, खाद्य प्रसंस्करण और सेवा क्षेत्र सहित विभिन्न क्षेत्रों में नए बाजारों की तलाश शुरू करें। उन्होंने कहा कि यह समझौता भारत के लिए विकसित देशों के दरवाजे खोल देगा।

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