ओपनएआई के कर्मचारी बेचेंगे 6 अरब डॉलर के शेयर, कंपनी का मूल्यांकन 500 अरब डॉलर होने का अनुमान
ओपनएआई के कर्मचारी 6 अरब डॉलर के शेयर बेचेंगे, मूल्यांकन 500 अरब डॉलर तक।


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क्या है मुख्य खबर?
चैटजीपीटी (ChatGPT) बनाने वाली कंपनी ओपनएआई (OpenAI) के मौजूदा और पूर्व कर्मचारी कथित तौर पर कंपनी के लगभग 6 अरब डॉलर (लगभग 50,000 करोड़ रुपये) मूल्य के शेयर बेचने की तैयारी में हैं। रॉयटर्स (Reuters) के सूत्रों के अनुसार, इन शेयरों को सॉफ्टबैंक ग्रुप (SoftBank Group) और थ्राइव कैपिटल (Thrive Capital) जैसे बड़े निवेशकों को बेचा जा सकता है।
कंपनी के मूल्यांकन में बड़ा उछाल
अगर यह संभावित डील पूरी होती है, तो ओपनएआई का मूल्यांकन मौजूदा 300 अरब डॉलर (लगभग 25 लाख करोड़ रुपये) से बढ़कर 500 अरब डॉलर (लगभग 41.5 लाख करोड़ रुपये) तक पहुँच सकता है। यह आँकड़ा साफ तौर पर दिखाता है कि ओपनएआई ने अपने यूज़र्स और राजस्व में कितनी तेज़ी से वृद्धि की है। साथ ही, यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सेक्टर में बेहतरीन टैलेंट को लेकर कंपनियों के बीच चल रही कड़ी प्रतिस्पर्धा को भी उजागर करता है।
निवेशकों की प्रतिक्रिया और रिपोर्ट
इस मामले पर सॉफ्टबैंक, थ्राइव और ड्रैगनियर इन्वेस्टमेंट ग्रुप (Dragoneer Investment Group) ने अभी तक कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है। ये तीनों निवेश फर्म पहले से ही ओपनएआई में निवेशक हैं। ब्लूमबर्ग न्यूज़ (Bloomberg News) ने पहले इस खबर की रिपोर्ट दी थी और बताया था कि शेयरों की बिक्री से जुड़ी बातचीत अभी शुरुआती दौर में है और बिक्री का आकार बदल भी सकता है। यह माध्यमिक शेयर बिक्री निवेश सॉफ्टबैंक की ओपनएआई के 40 अरब डॉलर के प्राथमिक फंडिंग राउंड में प्रमुख भूमिका से जुड़ा है।
ओपनएआई की बढ़ती तरक्की
अपने मुख्य उत्पाद चैटजीपीटी के कारण ओपनएआई की आय में इस साल के पहले सात महीनों में दोगुनी बढ़ोतरी हुई है। रॉयटर्स ने अगस्त की शुरुआत में बताया था कि कंपनी की वार्षिक आय दर (annualized run rate) 12 अरब डॉलर तक पहुँच गई है, और यह इस साल के अंत तक 20 अरब डॉलर तक पहुँचने की राह पर है।
उपयोगकर्ताओं की संख्या में भारी उछाल
माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के सहयोग वाली ओपनएआई के चैटजीपीटी उत्पादों के साप्ताहिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं (weekly active users) की संख्या लगभग 700 मिलियन (70 करोड़) है। फरवरी में यह संख्या लगभग 400 मिलियन (40 करोड़) थी, जिसमें पिछले कुछ महीनों में भारी उछाल दर्ज किया गया है।