निजता उल्लंघन पर गूगल को झटका: अमेरिकी यूज़र्स ने मांगे अतिरिक्त $2.36 अरब डॉलर
अमेरिकी यूज़र्स ने गूगल से निजता उल्लंघन पर $2.36 अरब डॉलर मांगे।

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क्या है पूरा मामला?
अमेरिका में गूगल के करोड़ों यूज़र्स ने कंपनी से निजता के उल्लंघन के एक बड़े मामले में अतिरिक्त 2.36 अरब डॉलर (लगभग 19,700 करोड़ रुपये) के मुनाफे की मांग की है। यह मांग पिछले महीने इसी मामले में यूज़र्स को मिले 42.5 करोड़ डॉलर (लगभग 3,500 करोड़ रुपये) के जूरी फैसले के बाद की गई है। इस नई मांग के साथ, यूज़र्स अब गूगल से कुल 2.785 अरब डॉलर से अधिक की वसूली चाहते हैं।
जूरी का फैसला और यूज़र्स की नई मांग
पिछले महीने, एक जूरी ने अपने फैसले में पाया था कि गूगल ने उन लाखों यूज़र्स के ऐप एक्टिविटी डेटा को गुप्त रूप से इकट्ठा किया, जिन्होंने अपने अकाउंट में ट्रैकिंग फीचर को बंद कर दिया था। इस पर जूरी ने गूगल को 42.5 करोड़ डॉलर का भुगतान करने का आदेश दिया था। हालांकि, यूज़र्स ने बुधवार को एक कोर्ट फाइलिंग में बताया कि 2.36 अरब डॉलर की यह अतिरिक्त राशि गूगल द्वारा 'अवैध रूप से कमाए गए मुनाफे' का एक 'रूढ़िवादी अनुमान' है। उन्होंने दलील दी है कि 42.5 करोड़ डॉलर का हर्जाना गूगल के 'लगातार जारी और अपूरणीय नुकसान' की भरपाई के लिए 'स्पष्ट रूप से अपर्याप्त' है।
यूज़र्स के गंभीर आरोप
सैन फ्रांसिस्को के मुख्य अमेरिकी जिला न्यायाधीश रिचर्ड सीबोर्ग को संबोधित करते हुए, यूज़र्स ने अपने बयान में कहा, "जूरी ने पाया कि गूगल का व्यवहार अत्यधिक आपत्तिजनक, हानिकारक और हमारी सहमति के बिना था।" अब न्यायाधीश सीबोर्ग को यह तय करना है कि इस मामले में कंपनी से उसके मुनाफे की वापसी (disgorgement of profits) की अनुमति दी जा सकती है या नहीं और क्या यह आवश्यक है।
गूगल का पक्ष
इस मामले पर अभी गूगल और याचिकाकर्ताओं के वकीलों ने टिप्पणी के अनुरोध का तत्काल कोई जवाब नहीं दिया है। हालांकि, गूगल ने पहले किसी भी गलत काम से इनकार किया है और कहा है कि वह जूरी के फैसले के खिलाफ अपील करेगा। कंपनी ने तर्क दिया है कि उसके द्वारा इकट्ठा किया गया डेटा गुमनाम था और उसके निजता उपकरण यूज़र्स को उनके डेटा पर पूरा नियंत्रण देते हैं।
कानूनी लड़ाई की शुरुआत
यह मुकदमा 2020 में दायर किया गया था। इसमें आरोप लगाया गया था कि गूगल ने आठ साल की अवधि में यूज़र्स के मोबाइल डिवाइस तक पहुंच बनाई और 'वेब और ऐप एक्टिविटी' नामक अकाउंट सेटिंग के तहत दी गई निजता आश्वासनों का उल्लंघन करते हुए उनके डेटा को इकट्ठा, सहेजा और इस्तेमाल किया। जूरी ने गूगल को याचिकाकर्ताओं द्वारा लाए गए तीन निजता दावों में से दो पर उत्तरदायी पाया था। मुकदमे के दौरान याचिकाकर्ताओं ने शुरुआती दौर में 31 अरब डॉलर (लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपये) से अधिक के हर्जाने की मांग की थी।
गूगल की जवाबी कार्रवाई
याचिकाकर्ताओं ने अदालत को बताया कि जूरी के फैसले के बावजूद, गूगल ने अपनी निजता नीतियों या डेटा संग्रह प्रथाओं में कोई बदलाव नहीं किया है। वहीं, गूगल ने बुधवार को न्यायाधीश सीबोर्ग से 9.8 करोड़ यूज़र्स और 17.4 करोड़ डिवाइस के पूरे वर्ग (क्लास) को अमान्य करने का अनुरोध किया है। गूगल का तर्क है कि ये दावे व्यक्तिगत कारकों, जैसे ऐप उपयोग और यूज़र की अपेक्षाओं पर निर्भर करते हैं, इसलिए इन्हें एक साथ नहीं देखा जा सकता। कंपनी ने सामान्य मुद्दों की कमी का हवाला देते हुए न्यायाधीश से जूरी के फैसले को रद्द करने का भी आग्रह किया है।











