भारत में बढ़ रही प्रीमियम फोन्स की डिमांड, सेकंड हैंड मार्केट में iPhone का जलवा
भारत में प्रीमियम फोन की मांग बढ़ी, सेकंड हैंड iPhone का जलवा.


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कैशिफाई (Cashify) के मुताबिक, साल 2025 की पहली छमाही (जनवरी से जून) में, रीफर्बिश्ड (सेकंड हैंड) स्मार्टफोन खरीदने वाले 5 में से 3 ग्राहकों ने आईफोन को चुना। यह साफ तौर पर दर्शाता है कि भारत में प्रीमियम फोन की तरफ लोगों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है। कैशिफाई के सह-संस्थापक और सीईओ मनदीप मनोचा ने 'द हिंदू' से खास बातचीत में बताया कि आईफोन केवल नए फोन बाजार में ही नहीं, बल्कि सेकंड हैंड मार्केट में भी 60% से ज्यादा की मांग के साथ शीर्ष पर है।
प्रीमियम फोन की बढ़ती चाह
मनोचा ने कहा कि भारतीय आबादी का एक बड़ा हिस्सा अच्छे और महंगे फोन इस्तेमाल करना चाहता है, लेकिन प्रति व्यक्ति आय उतनी अधिक नहीं है। यही वजह है कि प्रीमियम कैटेगरी के रीफर्बिश्ड फोन की मांग में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही है। 2025 में, रीफर्बिश्ड फोन की मांग बजट सेगमेंट से मिड-रेंज और प्रीमियम सेगमेंट की ओर बढ़ गई है।
कौन से iPhone मॉडल्स हैं सबसे पसंदीदा?
₹60,000 से अधिक कीमत वाले रीफर्बिश्ड सेगमेंट में आईफोन 14 प्रो, आईफोन 13 प्रो मैक्स और आईफोन 12 प्रो की मांग लगातार बनी हुई है। इस सेगमेंट में साल-दर-साल (YoY) 33% की वृद्धि दर्ज की गई है। इसके अलावा, कैशिफाई पर आईफोन 12 लगातार सबसे ज्यादा बिकने वाला मॉडल बना हुआ है।
अन्य ब्रांड्स की क्या है स्थिति?
जनवरी से जून 2025 के दौरान, आईफोन के बाद अन्य ब्रांड्स में वनप्लस (10.2%), शाओमी (9.7%), सैमसंग (6.1%), वीवो (3.2%), ओप्पो (2.4%) और रियलमी (1.9%) के रीफर्बिश्ड फोन खरीदे गए। सैमसंग की गैलेक्सी एस सीरीज़ के फोन भी सबसे ज्यादा बिकने वाले मॉडल्स में से एक हैं।
Cashify का कारोबार और ग्रोथ
कैशिफाई के भारत में 205 से अधिक कंपनी के स्वामित्व वाले और संचालित ऑफ़लाइन स्टोर हैं, साथ ही इसकी ऑनलाइन उपस्थिति भी है। कंपनी का कहना है कि दोनों माध्यमों पर मांग समान रूप से बनी हुई है। मनदीप मनोचा ने बताया कि प्रीमियम सेगमेंट में उनका कारोबार काफी तेजी से बढ़ रहा है, जबकि कम कीमत वाले सेगमेंट में इतनी बढ़ोतरी देखने को नहीं मिली है। सालाना आधार पर कैशिफाई को लगभग 40% और पिछली तिमाही की तुलना में इस तिमाही में 35% की वृद्धि की उम्मीद है।
कैसे काम करता है Cashify?
कैशिफाई का नोएडा में एक लाख वर्ग फुट का कारखाना है, जहाँ प्रत्येक फोन को 32-चरणीय जांच प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है और उसे रीफर्बिश्ड किया जाता है। कंपनी ग्राहकों को 6 महीने या 12 महीने की वारंटी देती है। उनके 205 स्टोर सर्विस सेंटर के रूप में भी काम करते हैं, जहाँ मरम्मत इंजीनियर उपलब्ध होते हैं। कैशिफाई सीधे ग्राहकों से भी फोन खरीदता है; ग्राहक वेबसाइट पर कीमत जांच सकते हैं और फोन उनके घर से उठा लिया जाता है। वे एप्पल और सैमसंग के लिए ट्रेड-इन पार्टनर भी हैं। दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई ट्रेड-इन खरीद में अग्रणी शहर हैं।
बाजार का भविष्य और चुनौतियां
मनोचा ने बताया कि रीफर्बिश्ड बाजार अभी भी काफी हद तक असंगठित है, जिसकी 77% बिक्री असंगठित माध्यमों से होती है। कैशिफाई इस बाजार को व्यवस्थित करना चाहता है। कंपनी अब रीफर्बिश्ड लैपटॉप पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है, जिसमें उद्यम और शैक्षणिक ग्राहकों से मांग की उम्मीद है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि कंपनियों को फोन की मरम्मत (repairability) के पहलू को गंभीरता से लेना चाहिए।