खराब मौसम के कारण एलन मस्क के स्टारशिप रॉकेट का लॉन्च टला

खराब मौसम के कारण एलन मस्क के स्टारशिप रॉकेट का लॉन्च टला

Published · By Bhanu · Category: Technology & Innovation
खराब मौसम के कारण एलन मस्क के स्टारशिप रॉकेट का लॉन्च टला
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मुख्य खबर

एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) के सबसे बड़े रॉकेट स्टारशिप (Starship) का 10वां परीक्षण लॉन्च खराब मौसम के कारण टाल दिया गया है। सोमवार, 25 अगस्त 2025 को टेक्सास में लॉन्च होना था, लेकिन घने बादलों के चलते इसे रद्द कर दिया गया। अब स्पेसएक्स मंगलवार, 26 अगस्त 2025 को शाम 7:30 बजे ईएसटी (भारतीय समयानुसार बुधवार सुबह) इस रॉकेट को लॉन्च करने का एक और प्रयास करेगी।

क्या हुआ

स्टारशिप रॉकेट के 10वें लॉन्च की तैयारी चल रही थी, जिसे सोमवार, 25 अगस्त 2025 को टेक्सास के स्टारबेस स्थित स्पेसएक्स परिसर से लॉन्च किया जाना था। रॉकेट को लाखों पाउंड प्रोपेलेंट से भरा जा चुका था। लेकिन लॉन्च से पहले मौसम की स्थिति बिगड़ गई। शाम करीब 8:00 बजे ईएसटी (0000 जीएमटी) पर, स्पेसएक्स ने दिन का लॉन्च रद्द करने का फैसला किया और इसे लॉन्च रिहर्सल में बदल दिया, क्योंकि पूरे लॉन्च विंडो के दौरान मौसम खराब रहने का अनुमान था।

पहले भी आ चुकी हैं बाधाएं

यह पहला मौका नहीं है जब स्टारशिप के लॉन्च में देरी हुई है। रविवार, 24 अगस्त 2025 को तरल ऑक्सीजन के रिसाव के कारण भी लॉन्च का प्रयास रद्द कर दिया गया था। उस समय अरबपति एलन मस्क ने एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट कर बताया था कि वे सोमवार को फिर कोशिश करेंगे। मस्क सोमवार को स्पेसएक्स की लाइव स्ट्रीम पर भी थोड़ी देर के लिए आए और उन्होंने स्टारशिप के डिज़ाइन और मंगल पर इंसानों को ले जाने में इसकी भूमिका पर बात की।

स्टारशिप का महत्व

स्पेसएक्स का स्टारशिप रॉकेट कंपनी के भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। एलन मस्क का लक्ष्य है कि यह रॉकेट इंसानों को मंगल ग्रह पर ले जाए। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) भी 2027 तक अपोलो कार्यक्रम के बाद अपनी पहली मानवयुक्त चंद्रमा लैंडिंग के लिए इस रॉकेट का उपयोग करने की उम्मीद कर रही है। इसके अलावा, स्पेसएक्स का स्टारलिंक (Starlink) सैटेलाइट इंटरनेट व्यवसाय भी स्टारशिप की सफलता से जुड़ा है। मस्क चाहते हैं कि स्टारशिप बड़े पैमाने पर स्टारलिंक उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजे, जिन्हें अभी तक फाल्कन 9 (Falcon 9) रॉकेट से लॉन्च किया जा रहा है।

एलन मस्क का बड़ा सपना

रविवार, 24 अगस्त 2025 को एक्स पर एक यूजर को जवाब देते हुए मस्क ने कहा था, "लगभग 6 या 7 सालों में, ऐसे दिन आएंगे जब स्टारशिप 24 घंटे में 24 से अधिक बार लॉन्च होगा।"

परीक्षण में चुनौतियां और सीखने का तरीका

इस साल स्टारशिप के विकास में कई रुकावटें आई हैं। शुरुआती उड़ानों में दो परीक्षण विफल रहे, नौवीं उड़ान में अंतरिक्ष में एक और विफलता हुई, और जून में एक बड़े टेस्ट स्टैंड में विस्फोट हुआ जिससे मलबा पास के मैक्सिकन क्षेत्र में बिखर गया था। स्पेसएक्स की "टेस्ट-टू-फेलियर" (test-to-failure) विकास पद्धति, जिसमें रॉकेट प्रोटोटाइप की नई पुनरावृत्तियों को उनकी तकनीकी सीमाओं तक उड़ाया जाता है, ने कई चुनौतियों का सामना किया है। यह दृष्टिकोण जेफ बेजोस (Jeff Bezos) की ब्लू ओरिजिन (Blue Origin) या बोइंग (Boeing) और लॉकहीड मार्टिन (Lockheed Martin) के संयुक्त स्वामित्व वाले यूनाइटेड लॉन्च अलायंस (United Launch Alliance) जैसे प्रतिद्वंद्वियों से काफी अलग है, जिन्होंने अपने रॉकेटों को मैदान पर वर्षों के विकास और परीक्षण के बाद लॉन्च किया है। हालांकि, मस्क को उम्मीद है कि स्पेसएक्स इस साल लगभग $15.5 बिलियन का राजस्व दर्ज करेगा।

रॉकेट की बनावट

स्टारशिप प्रणाली में 71 मीटर लंबा सुपर हैवी बूस्टर (Super Heavy booster) और इसका 52 मीटर लंबा स्टारशिप ऊपरी हिस्सा शामिल है। दोनों मिलकर यह न्यूयॉर्क की स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से भी लंबा हो जाता है। रॉकेट में बढ़ी हुई थ्रस्ट (शक्ति), एक मजबूत हीट शील्ड और मजबूत स्टीयरिंग फ्लैप जैसी कई नई क्षमताएं शामिल हैं, जो इसके वायुमंडलीय पुन:प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण हैं।

आगे क्या करना है?

स्पेसएक्स के पास स्टारशिप के लिए एक लंबी कार्य सूची है। इसमें अंतरिक्ष से सुरक्षित वापसी का प्रदर्शन, कक्षा में पेलोड (उपकरण) तैनाती और अंतरिक्ष में जटिल प्रोपेलेंट रीफ्यूलिंग (ईंधन भरना) शामिल है, जो नासा के चंद्रमा मिशन के लिए महत्वपूर्ण है।

कैसे काम करेगी उड़ान?

जब भी स्टारशिप लॉन्च होगा, यह टेक्सास से उड़ान भरेगा और कुछ मील की ऊंचाई पर दो हिस्सों में अलग हो जाएगा। इसका सुपर हैवी बूस्टर टेक्सास तट पर पानी में उतरने के लिए वापस आ जाएगा, जबकि स्टारशिप अपने इंजन चालू करके अंतरिक्ष में आगे बढ़ेगा। अंतरिक्ष में, स्टारशिप नकली स्टारलिंक उपग्रहों को तैनात करने और दुनिया भर में अपने उप-कक्षीय मार्ग पर एक इंजन को फिर से चालू करने का प्रयास करेगा। हिंद महासागर के ऊपर वायुमंडलीय पुन:प्रवेश के दौरान, इसकी बाहरी स्टीयरिंग फ्लैप और प्रायोगिक हीट शील्ड टाइल्स का परीक्षण किया जाएगा, क्योंकि यह तीव्र घर्षण और गर्मी से गुजरेगा।

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