ग्रेटा थुनबर्ग गाजा सहायता बेड़े में शामिल, इज़राइल की नाकाबंदी तोड़ने का लक्ष्य

ग्रेटा थुनबर्ग गाजा के लिए सहायता बेड़े में शामिल हुईं।

Published · By Bhanu · Category: World News
ग्रेटा थुनबर्ग गाजा सहायता बेड़े में शामिल, इज़राइल की नाकाबंदी तोड़ने का लक्ष्य
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जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग रविवार, 31 अगस्त 2025 को गाजा के लिए रवाना हुए सहायता बेड़े में शामिल हो गईं। यह बेड़ा स्पेन के बार्सिलोना बंदरगाह से चला है। इसका मकसद इज़राइल की नौसैनिक नाकाबंदी को तोड़कर गाजा तक भोजन और अन्य मानवीय सहायता पहुंचाना है। गाजा में इस समय भयानक मानवीय संकट है।

हज़ारों समर्थकों की भीड़

बार्सिलोना बंदरगाह पर हज़ारों समर्थक इस बेड़े को विदा करने के लिए जमा हुए थे। उनमें से कई फिलिस्तीनी झंडे लहरा रहे थे और "फ्री फिलिस्तीन" (फिलिस्तीन को आज़ाद करो) तथा "यह युद्ध नहीं, नरसंहार है" जैसे नारे लगा रहे थे।

ग्रेटा थुनबर्ग का बयान

रवानगी से पहले भीड़ को संबोधित करते हुए ग्रेटा थुनबर्ग ने कहा, "यह एक ऐसा मिशन है जो अत्यंत हिंसक, यथास्थितिवादी अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को चुनौती देगा, जो अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करने में विफल रही है।" यह बेड़ा 'ग्लोबल सुमूद फ्लोटिला' के नाम से जाना जाता है और इसमें दर्जनों नावें शामिल हैं। रास्ते में और भी नावें इससे जुड़ेंगी।

पहले भी हुई थी कोशिश

स्वीडिश कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग ने इससे पहले जून में भी अन्य कार्यकर्ताओं के साथ समुद्री रास्ते से गाजा पहुंचकर इज़राइल की लंबी नाकाबंदी तोड़ने की असफल कोशिश की थी। उस समय इज़राइली सेना ने उनके छोटे सहायता जहाज को जब्त कर लिया था और उन्हें इज़राइल से निष्कासित कर दिया गया था।

इज़राइल का रुख

इज़राइल का कहना है कि 2007 में लगाई गई यह नाकाबंदी हमास आतंकवादी समूह तक हथियारों की तस्करी रोकने के लिए ज़रूरी है। इज़राइल ने नाकाबंदी तोड़ने के ऐसे अन्य प्रयासों को - जिसमें जून में ग्रेटा थुनबर्ग की कोशिश भी शामिल थी - हमास के समर्थन में एक प्रचार का हथकंडा बताया है।

आयोजकों का आरोप

बेड़े के आयोजकों ने वैश्विक नेताओं पर आरोप लगाया है कि वे इज़राइल पर सहायता पहुंचाने की अनुमति देने का दबाव बनाने में विफल रहे हैं, जबकि एक वैश्विक निगरानी संस्था ने बताया है कि गाजा के कुछ हिस्सों में अकाल पड़ रहा है।

जुड़ेंगी और नावें

इस अभियान की संचालन समिति की सदस्य यासेमिन अकार ने बताया कि इस बेड़े में आगे चलकर ग्रीस, इटली और ट्यूनीशिया से भी और नावें शामिल होंगी। इटली के जेनोआ बंदरगाह में स्थानीय समूहों और निवासियों ने गाजा के लिए लगभग 250 मीट्रिक टन भोजन इकट्ठा किया है। कुछ सहायता सामग्री रविवार को जेनोआ से रवाना होने वाली नावों पर लाद दी गई, जबकि बाकी को सिसिली के कटानिया बंदरगाह भेजा जाएगा, जहाँ से 4 सितंबर को और जहाज गाजा के लिए रवाना होंगे।

गाजा की मौजूदा स्थिति

यह नाकाबंदी अक्टूबर 2023 में शुरू हुए मौजूदा युद्ध सहित कई संघर्षों के दौरान बनी रही है। इस युद्ध की शुरुआत हमास के नेतृत्व वाले आतंकवादियों द्वारा दक्षिणी इज़राइल में 7 अक्टूबर, 2023 को किए गए हमले से हुई थी, जिसमें इज़राइली आंकड़ों के अनुसार 1,200 से अधिक लोग मारे गए थे और 251 लोगों को बंधक बना लिया गया था। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, गाजा में इज़राइल के सैन्य अभियान में 63,000 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें ज़्यादातर नागरिक हैं। इस युद्ध ने इस एन्क्लेव को एक बड़े मानवीय संकट में धकेल दिया है और इसके अधिकांश हिस्से खंडहर में तब्दील हो गए हैं।

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