राकेश शर्मा को मिलेगा लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड

राकेश शर्मा को IDSFFK में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड मिलेगा।

Published · By Bhanu · Category: Entertainment & Arts
राकेश शर्मा को मिलेगा लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड
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प्रख्यात डॉक्यूमेंट्री फिल्ममेकर राकेश शर्मा को केरल के 17वें अंतर्राष्ट्रीय डॉक्यूमेंट्री और लघु फिल्म महोत्सव (IDSFFK) में प्रतिष्ठित लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन्हें केरल राज्य चलचित्र अकादमी द्वारा दिया जा रहा है।

सम्मान का कारण और पुरस्कार

शर्मा को यह अवार्ड उनकी निडर फिल्म निर्माण शैली, सामाजिक न्याय के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता और भारतीय डॉक्यूमेंट्री सिनेमा पर उनके कार्यों के परिवर्तनकारी प्रभाव के लिए प्रदान किया जा रहा है। इस पुरस्कार में 2 लाख रुपये नकद, एक प्रमाण पत्र और एक प्रतिमा शामिल है।

कब और कहाँ होगा समारोह?

यह महोत्सव 22 से 27 अगस्त तक तिरुवनंतपुरम के कैराली थिएटर कॉम्प्लेक्स में आयोजित किया जाएगा। इस खास मौके पर राकेश शर्मा की फिल्मों का एक विशेष पूर्वव्यापी प्रदर्शन (रेट्रोस्पेक्टिव) भी दिखाया जाएगा, जिसमें दर्शक उनके बेहतरीन कार्यों को देख सकेंगे।

'फाइनल सॉल्यूशन' की कहानी: एक मील का पत्थर

राकेश शर्मा को उनकी 2004 की प्रभावशाली डॉक्यूमेंट्री 'फाइनल सॉल्यूशन' के लिए सबसे ज्यादा जाना जाता है। यह फिल्म 2002 के गुजरात दंगों पर आधारित थी। इस डॉक्यूमेंट्री में उन्होंने हिंसा का गहन विश्लेषण करने के साथ-साथ पीड़ितों की परेशानियों को भी बारीकी से दर्शाया था। उन्होंने दिखाया कि कैसे कट्टरपंथी हिंदुत्व की राजनीति बढ़ी और मजबूत हुई, और किस तरह हिंसा को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया था।

चुनौतियाँ और सम्मान

'फाइनल सॉल्यूशन' को दुनिया भर के 120 से अधिक अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में प्रदर्शित किया गया है और यह भारतीय डॉक्यूमेंट्री फिल्मों में एक महत्वपूर्ण कृति मानी जाती है। भारतीय सेंसर बोर्ड ने शुरुआत में इस फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन सार्वजनिक विरोध के बाद इसे बिना किसी कट के मंजूरी दे दी गई थी। इस फिल्म ने 2006 में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी जीता था।

शुरुआती करियर का सफर

राकेश शर्मा ने अपने करियर की शुरुआत प्रसिद्ध फिल्ममेकर श्याम बेनेगल के सहायक के रूप में 'भारत एक खोज' के साथ की थी। उन्होंने दूरदर्शन, बीबीसी और यूके के चैनल 4 जैसे कई प्रतिष्ठित संस्थानों के लिए विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर काम किया।

सैटेलाइट टीवी में अहम योगदान

बाद में, उन्होंने भारतीय सैटेलाइट टेलीविजन के शुरुआती दौर में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने चैनल [V], स्टार प्लस इंडिया और विजय टीवी सहित कई प्रमुख चैनलों को लॉन्च करने में अपना योगदान दिया।

स्वतंत्र सिनेमा में वापसी

राकेश शर्मा 2002 में 'आफ्टरशॉक्स: द रफ गाइड टू डेमोक्रेसी' नामक डॉक्यूमेंट्री के साथ स्वतंत्र फिल्म निर्माण में वापस लौटे। इस फिल्म ने रॉबर्ट फ्लाहेर्टी पुरस्कार जीता और इसमें भूकंप के बाद के गुजरात में जमीनी स्तर पर हुए प्रतिरोध को दर्शाया गया था।

बाधाओं के बावजूद दर्शकों तक पहुँची फिल्में

संस्थागत विरोध का सामना करने के बावजूद, उनकी फिल्में वैकल्पिक मंचों के माध्यम से दर्शकों तक पहुँचीं। 'फाइनल सॉल्यूशन' का भारत में प्रीमियर स्वतंत्र विरोध महोत्सव 'विकल्प' में हुआ था। बर्लिन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में इसने इतिहास रचा, जहां यह सर्वश्रेष्ठ डेब्यू फीचर अवार्ड जीतने वाली पहली डॉक्यूमेंट्री बनी। उनके काम को दुनिया भर के 100 से अधिक शहरों और दर्जनों विश्वविद्यालयों में व्यापक रूप से दिखाया गया है, और बीबीसी, एनएचके, डीआरटी 2, वाईएलई जैसे अंतरराष्ट्रीय टीवी चैनलों पर भी प्रदर्शित किया गया है।

आगामी प्रोजेक्ट्स

दो दशकों से अधिक समय से, राकेश शर्मा ने अपने काम को नफरत की राजनीति पर केंद्रित किया है और गुजरात, महाराष्ट्र तथा अन्य जगहों पर बड़े पैमाने पर फिल्मांकन किया है। स्वास्थ्य संबंधी लंबे अवकाश के बाद, राकेश ने अब अपनी अधूरी, लंबे समय से लंबित फिल्मों के पोस्ट-प्रोडक्शन का काम फिर से शुरू कर दिया है और उन्हें पूरा करने के करीब हैं। इनमें 'फाइनल सॉल्यूशन रिविजिटेड' भी शामिल है, जो 'फाइनल सॉल्यूशन' का बहुप्रतीक्षित सीक्वल है।

पिछले विजेताओं पर एक नज़र

IDSFFK लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड पहले आनंद पटवर्धन (2018), मधुश्री दत्ता (2019), रंजन पालित (2021), रीना मोहन (2022), दीपा धनराज (2023) और नरेश बेदी व राजेश बेदी (2024) जैसे महान फिल्ममेकर्स को प्रदान किया जा चुका है।

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