ड्रोन अटैक या डिप्लोमेसी? ज़ेलेन्स्की की अगली चाल ने बढ़ाई हलचल

ज़ेलेन्स्की के कूटनीतिक दांव और ट्रंप से टकराव पर सोशल मीडिया में गर्मा-गर्मी

Published · By Tarun · Category: World News
ड्रोन अटैक या डिप्लोमेसी? ज़ेलेन्स्की की अगली चाल ने बढ़ाई हलचल
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ज़ेलेन्स्की: शांति की तलाश या सत्ता की रणनीति?

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेन्स्की फिर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर ट्रेंड कर रहे हैं, और इसके पीछे वजहें सिर्फ एक नहीं, कई हैं। रूस से शांति वार्ता, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से टकराव, और वायरल होतीं भ्रामक खबरें—इन सबने उन्हें एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय बहस का केंद्र बना दिया है।

इस्तांबुल शांति वार्ता: उम्मीद या दिखावा?

1 जून 2025 को ज़ेलेन्स्की ने इस्तांबुल में प्रस्तावित शांति वार्ता में यूक्रेन की भागीदारी की पुष्टि की। उन्होंने स्पष्ट किया कि शांति के लिए पहला कदम रूस की गंभीरता पर निर्भर करेगा। उन्होंने क्रीमिया को यूक्रेन का हिस्सा मानते हुए किसी भी सौदे से इंकार किया है, जबकि ट्रंप इस मुद्दे पर दबाव बना रहे हैं।

हालांकि, वार्ता से ठीक पहले रूस के एयरबेस पर यूक्रेनी ड्रोन हमलों की खबरों ने इस प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कुछ लोग इसे ज़ेलेन्स्की की 'कूटनीतिक चाल' कह रहे हैं, जबकि विरोधी इसे उकसावे की कार्रवाई बता रहे हैं।

ट्रंप बनाम ज़ेलेन्स्की: Oval Office की गरम बहस

फरवरी 2025 में व्हाइट हाउस में ट्रंप और ज़ेलेन्स्की की तीखी बहस हुई। ट्रंप ने ज़ेलेन्स्की पर अमेरिका की सहायता के बावजूद 'अहंकारी' होने का आरोप लगाया और शांति की राह में रोड़ा बताया। इसके बाद ज़ेलेन्स्की ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि वह 'शांति के लिए ट्रंप के नेतृत्व को स्वीकार करने को तैयार हैं'—लेकिन सवाल बना रहा: यह मजबूरी थी या रणनीति?

वायरल वीडियो और 'फेक न्यूज़' का हमला

इस विवाद के बाद ज़ेलेन्स्की के खिलाफ भ्रामक वीडियो और पोस्ट्स की बाढ़ आ गई। 'ज़ेलेन्स्की ने ट्रंप को गाली दी' जैसे वीडियो वायरल हुए, जिन्हें बाद में फर्जी करार दिया गया। NewsGuard की रिपोर्ट के अनुसार, ऐसे दावों में 2500% की बढ़ोतरी दर्ज हुई, जो एक सुनियोजित दुष्प्रचार अभियान का संकेत देती है।

जनता की राय: हीरो या तानाशाह?

अमेरिका में भले ही ज़ेलेन्स्की आलोचनाओं का सामना कर रहे हों, लेकिन एक ताज़ा पोल के अनुसार, यूक्रेन में उनकी लोकप्रियता 70% से ऊपर है। वहां के लोग उन्हें युद्धकालीन नेता के रूप में देख रहे हैं, भले ही चुनाव न होने की वजह से कुछ उन्हें 'तानाशाह' कहें।

पोप के अंतिम संस्कार में तालियाँ, ट्रंप को चुप्पी

अप्रैल 2025 में पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार में ज़ेलेन्स्की को मिले तालियों की गूंज और ट्रंप को मिली 'चुप्पी' ने भी सोशल मीडिया पर आग लगा दी। इस सांकेतिक क्षण ने भी ज़ेलेन्स्की की 'वैश्विक छवि' को बल दिया।

निष्कर्ष:

ज़ेलेन्स्की का ट्रेंड करना सिर्फ एक राजनेता की खबर नहीं, बल्कि एक वैश्विक संघर्ष का प्रतिबिंब है—जहां शांति, राजनीति और प्रचार युद्ध एक साथ चल रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल होती खबरों के पीछे की सच्चाई जानना जरूरी है, खासकर तब जब ज़ेलेन्स्की जैसे नेता पर नजरें टिकी हों—दोनों तरफ की गोलियों के बीच, शायद सबसे बड़ा संघर्ष सच का है।

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