उत्तरकाशी में बादल फटा: महाराष्ट्र के जलगांव के 16 लोग लापता
उत्तरकाशी में बादल फटने से जलगांव के 16 लोग लापता।


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उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में इस सप्ताह की शुरुआत में बादल फटने और अचानक आई बाढ़ के बाद महाराष्ट्र के जलगांव जिले के 16 लोग अभी भी लापता हैं। यह घटना उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में हुई थी, जिसके कारण बड़े पैमाने पर भूस्खलन भी हुआ।
क्या हुआ?
उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में 6 अगस्त, 2025 (बुधवार) को हुए बादल फटने से अचानक भयंकर बाढ़ आ गई और कई जगह भूस्खलन भी हुआ। इस प्राकृतिक आपदा के बाद से महाराष्ट्र के जलगांव जिले के 16 लोगों का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
जलगांव कलेक्टर का बयान
जलगांव के कलेक्टर आयुष प्रसाद ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया, "हमें सूचना मिली है कि जलगांव जिले के 19 लोग उत्तरकाशी में मौजूद थे, जिनमें से तीन लोगों से संपर्क स्थापित हो गया है। हालांकि, 16 लोगों से अभी तक कोई संपर्क नहीं हो पाया है।" उन्होंने यह भी बताया कि महाराष्ट्र सरकार और जलगांव जिला प्रशासन, उत्तराखंड सरकार और उत्तरकाशी जिला प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में हैं ताकि लापता लोगों का पता लगाया जा सके। कलेक्टर प्रसाद ने उत्तराखंड सरकार से पूर्ण सहयोग मिलने की पुष्टि की।
बचाव अभियान जारी
उत्तराखंड के धराली के पहाड़ी क्षेत्र में बादल फटने से अचानक पानी का स्तर बढ़ गया, जिससे बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान हुआ और सड़क संपर्क भी टूट गया। भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना (IAF), ITBP, NDRF, SDRF, BRO और स्थानीय स्वयंसेवकों सहित कई एजेंसियां संयुक्त रूप से बचाव और राहत कार्यों में लगी हुई हैं। इस अभियान के तहत धराली से अब तक लगभग 190 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।
मौतें और लापता लोग
भारतीय सेना के एक बयान के अनुसार, 6 अगस्त, 2025 (बुधवार) को दोपहर 3 बजे तक इस घटना में तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कुल 50 लोग लापता बताए जा रहे हैं। खोज, बचाव और राहत कार्यों के लिए 225 से अधिक सैन्यकर्मी, जिनमें पैदल सेना और इंजीनियरिंग टीमें शामिल हैं, जमीन पर मौजूद हैं। मलबे को हटाने और आवाजाही बहाल करने में मदद के लिए कॉम्बैट इंजीनियर भी धराली पहुंच गए हैं।
सरकार की ओर से आश्वासन
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी ने बुधवार को प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और आश्वासन दिया कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों इस घटना के पीड़ितों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।