दक्षिण अफ्रीका पर ट्रंप के दावे से मचा बवाल – जानिए पूरी कहानी!

दक्षिण अफ्रीका को लेकर अमेरिका से कूटनीतिक तनाव, जानें पूरी रिपोर्ट

Published · By Tarun · Category: World News
दक्षिण अफ्रीका पर ट्रंप के दावे से मचा बवाल – जानिए पूरी कहानी!
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दक्षिण अफ्रीका को लेकर सोशल मीडिया पर मची हलचल – जानिए क्यों ट्रेंड कर रहा है ‘South Africa’

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इन दिनों 'South Africa' जमकर ट्रेंड कर रहा है। कारण सिर्फ एक नहीं, बल्कि राजनीतिक बवाल, आर्थिक मोर्चे की चुनौतियाँ, पर्यावरणीय घटनाएं और सांस्कृतिक विवादों का संगम है। आइए, जानते हैं वो प्रमुख घटनाएं जो इस ट्रेंडिंग टॉपिक के पीछे हैं।

ट्रंप का दावा और कूटनीतिक भूचाल

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के साथ व्हाइट हाउस में मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कथित 'श्वेत नरसंहार' का मुद्दा उठाया, जिसमें उन्होंने सफेद अफ्रीकी किसानों पर अत्याचार का दावा किया। यह बयान एक पुरानी वीडियो क्लिप पर आधारित था, जिसे गलत संदर्भ में पेश किया गया।

दक्षिण अफ्रीकी सरकार ने इन दावों को बेबुनियाद बताया और कहा कि हिंसा का कारण नस्ल नहीं, बल्कि व्यापक अपराध है। आंकड़े भी यही दर्शाते हैं – 2024 में हुई फार्म हत्याओं में अधिकांश पीड़ित काले श्रमिक थे, न कि श्वेत किसान।

अमेरिका में शरण और राजनीतिक चाल

‘Mission South Africa’ नाम की एक अमेरिकी योजना के तहत अब तक 59 श्वेत अफ्रीकी अमेरिका में शरण पा चुके हैं, और 8200 और आवेदन प्रक्रियाधीन हैं। आलोचकों का मानना है कि यह नीति नस्लीय राजनीति को हवा दे रही है। दक्षिण अफ्रीका के राजदूत की अमेरिका से निष्कासन ने हालात को और बिगाड़ दिया है।

व्यापारिक झटका और डॉलर की चाल

आर्थिक मोर्चे पर भी दक्षिण अफ्रीका को बड़ा झटका लगा है। अमेरिका ने उसके मैकाडामिया नट्स पर 30% टैक्स लगा दिया है, जिससे किसानों में चिंता बढ़ी है। वहीं, ANC सरकार के टैक्स प्रस्ताव को वापस लेने की खबर से रैंड में मजबूती जरूर आई, लेकिन वैश्विक बाजार की अनिश्चितता अभी भी बरकरार है।

एलन मस्क और Starlink विवाद

टेक अरबपति एलन मस्क की कंपनी Starlink पर दक्षिण अफ्रीका में बैन लगा दिया गया क्योंकि उन्होंने स्थानीय लाइसेंसिंग नियमों का पालन नहीं किया था। इसके पीछे सरकार की ‘ब्लैक ओनरशिप’ नीति मानी जा रही है, जिससे विदेशी निवेशक भी असमंजस में हैं।

बर्फबारी और वायरल वीडियो से बना माहौल

पूर्वी केप में जून की शुरुआत में भारी बर्फबारी हुई, जिससे सड़कें बंद हो गईं और एक व्यक्ति की मौत हो गई। साथ ही, क्रूगर पार्क में एक तेंदुए का वीडियो वायरल हुआ जिसमें वह उड़ते हुए इंपाला को पकड़ता है – ये दोनों घटनाएं लोगों को दक्षिण अफ्रीका की ओर आकर्षित कर रही हैं।

घरेलू राजनीति और जनता का गुस्सा

ANC पार्टी पूर्ण बहुमत खो चुकी है और गठबंधन सरकार बना रही है, जिससे स्थिरता पर सवाल उठने लगे हैं। अपराध, भ्रष्टाचार और नस्लीय असमानता जैसे मुद्दे X पर व्यापक रूप से बहस में हैं। इसके अलावा, गाज़ा युद्ध में शामिल दक्षिण अफ्रीकी नागरिकों पर कार्यवाही की मांग ने भी सोशल मीडिया को गर्माया है।

निष्कर्ष

‘South Africa’ का ट्रेंडिंग होना सिर्फ एक घटना का परिणाम नहीं है। यह अंतरराष्ट्रीय राजनीति, घरेलू समस्याओं, प्राकृतिक घटनाओं और सोशल मीडिया की ताकत का मिला-जुला असर है। कुछ दावे तथ्यहीन हैं तो कुछ वास्तविक चिंता के कारण बने हुए हैं। इस ट्रेंड के जरिए एक बात साफ है – दक्षिण अफ्रीका वैश्विक मंच पर अब सिर्फ एक नाम नहीं, एक बहस बन चुका है।

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