5,000 गांव स्कूल बंद? #SaveVillageSchools ने मचाई हलचल
#SaveVillageSchools ट्रेंड में क्यों है? जानें यूपी स्कूल विलय विवाद की कहानी


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उत्तर प्रदेश में करीब 5,000 गांव स्कूलों के विलय या बंद होने की योजना ने सोशल मीडिया पर भूचाल ला दिया है। #SaveVillageSchools हैशटैग ने X प्लेटफॉर्म पर लाखों लोगों को जोड़ दिया है। इस आंदोलन की शुरुआत 18 जून 2025 को हुई जब खबरें आईं कि कम छात्रों वाले स्कूलों को मिलाकर लागत कम की जाएगी।
गांवों में लोग कहते हैं कि स्कूल सिर्फ पढ़ाई नहीं, पूरे समाज का केंद्र होते हैं। अगर ये दूर हो गए तो बच्चों, खासकर लड़कियों को दूर-दराज के स्कूलों में जाना पड़ेगा, जिससे पढ़ाई छूटने का खतरा बढ़ेगा।
टीचरों और नियुक्ति का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों ने इस योजना का विरोध किया है। उनका आरोप है कि 8 साल से नई भर्तियां नहीं हुईं, अब सरकार स्कूल बंद करके बचत करना चाहती है। X पर लोग इसे 'तुगलकी फरमान' कह रहे हैं और अंग्रेजी हुकूमत के दौर की शिक्षा नीति से तुलना कर रहे हैं।
इस ट्रेंड में अब तक 1.1 मिलियन से ज्यादा पोस्ट हो चुके हैं। लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पीएमओ को टैग कर रहे हैं। हालांकि सरकार की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
इस आंदोलन ने एक बार फिर गांवों की शिक्षा व्यवस्था, रोजगार और ग्रामीण विकास पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग चाहते हैं कि सरकार स्कूल बचाए और नई भर्तियों का रास्ता खोले, ताकि गांव के बच्चे सपनों की उड़ान भर सकें।