रिव्यू: 'द लॉस्ट बस' - मैथ्यू मैक्कॉनौघे की दमदार फिल्म

मैथ्यू मैक्कॉनौघे की 'द लॉस्ट बस' एक सच्ची कहानी पर आधारित है।

Published · By Tarun · Category: Entertainment & Arts
रिव्यू: 'द लॉस्ट बस' - मैथ्यू मैक्कॉनौघे की दमदार फिल्म
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पॉल ग्रीनग्रास द्वारा निर्देशित फिल्म 'द लॉस्ट बस' (The Lost Bus) 2018 के कैलिफोर्निया 'कैम्प फायर' की सच्ची और दिल दहला देने वाली घटना पर आधारित है। यह फिल्म प्रकृति के भयानक गुस्से के सामने इंसान के संघर्ष और उसे बचाने की कोशिशों की एक रोमांचक और खौफनाक दास्तान पेश करती है। इसमें मैथ्यू मैक्कॉनौघे और अमेरिका फेरारा जैसे कलाकार मुख्य भूमिकाओं में हैं।

क्या है फिल्म की कहानी?

यह फिल्म 2018 में कैलिफोर्निया में लगी भीषण आग, जिसे 'कैम्प फायर' नाम दिया गया था, पर आधारित है। इस आग में 85 लोगों की मौत हो गई थी, 50,000 से ज्यादा लोग बेघर हो गए थे और 19,336 इमारतें तबाह हो गई थीं। फिल्म दिखाती है कि कैसे इस आपदा के दौरान लोगों ने जान बचाने के लिए संघर्ष किया।

पॉल ग्रीनग्रास का खास अंदाज़

ब्रिटिश निर्देशक पॉल ग्रीनग्रास अपनी फिल्मों को चिंता बढ़ाने वाली कलाकृतियों में बदलने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने 2004 की 'द बॉर्न सुप्रीमसी' और 2007 की 'द बॉर्न अल्टीमेटम' जैसी फिल्मों से जासूसी थ्रिलर को एक नया स्तर दिया। ग्रीनग्रास अपनी फिल्मों में काल्पनिक कहानियों में भी गैर-काल्पनिक घटनाओं को कल्पना और रोमांच के साथ मिलाकर एक दिल थाम लेने वाला अनुभव देते हैं। 9/11 हमलों पर आधारित 'यूनाइटेड 93' (2006) और 2009 के 'माएर्स्क अलबामा हाइजैकिंग' पर आधारित 'कैप्टन फिलिप्स' (2013) इसका बेहतरीन उदाहरण हैं। 'द लॉस्ट बस' में भी ग्रीनग्रास ने अपने खास 'क्वेसी-कैम' (तेजी से घूमने वाले कैमरे) का इस्तेमाल किया है, जो दर्शकों को घटना के बीच में होने का एहसास कराता है।

कैम्प फायर: लापरवाही और चेतावनी

ग्रीनग्रास ने ब्रैड इंगल्सबी के साथ मिलकर लिज़ी जॉनसन की किताब 'पैराडाइज़: वन टाउन'स स्ट्रगल टू सरवाइव एन अमेरिकन वाइल्डफायर' पर आधारित यह पटकथा लिखी है। फिल्म का निर्माण जेमी ली कर्टिस और जेसन ब्लम के ब्लमहाउस प्रोडक्शंस ने किया है, जो आमतौर पर हॉरर फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। लेकिन 'द लॉस्ट बस' में डर किसी हत्यारे या भूत से नहीं, बल्कि गैस लाइनों के खराब रखरखाव और प्रकृति की चेतावनियों को नजरअंदाज करने से पैदा होता है। फिल्म में फायर चीफ मार्टिनेज (यूल वाज़क्वेज़) कहते हैं, "हर साल आग और बड़ी होती जा रही है, और ऐसी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।"

दो अलग-अलग नज़रीये

फिल्म में ड्रामा को दो मुख्य दृष्टिकोणों से दिखाया गया है। पहला, संस्थागत स्तर पर, जहां आग और अन्य आपातकालीन सेवाएं आग पर काबू पाने की कोशिश करती हैं, लेकिन असफल रहती हैं। 8 नवंबर, 2018 की सुबह आग की पहली सूचना मिलने से लेकर बचाव कार्य पर ध्यान केंद्रित करने के निर्णय तक सब कुछ दिखाया गया है।

केविन की निजी जंग

दूसरा, व्यक्तिगत दृष्टिकोण, जिसे केविन (मैथ्यू मैक्कॉनौघे) निभाते हैं। केविन एक संघर्षरत पिता है, जो अपने पिता की मृत्यु के बाद अपनी माँ, शेरी (के मैक्केब मैक्कॉनौघे) की देखभाल के लिए अपने गृहनगर पैराडाइज़ लौटता है। केविन का अपने बेटे शॉन (लेवी मैक्कॉनौघे) के साथ तनावपूर्ण रिश्ता है, जो उसके अपने पिता के साथ के कठिन रिश्ते को दर्शाता है। दिलचस्प बात यह है कि फिल्म में मैक्कॉनौघे के असली मां और बेटे ने उनके रील-लाइफ किरदारों को निभाया है।

बच्चों को बचाने का मिशन

जब बस डिपो की डिस्पैचर रूबी (ऐशली एटकिंसन) पूछती है कि क्या कोई खाली बस 22 बच्चों को लेने के लिए उपलब्ध है, जिनके माता-पिता उन्हें पॉन्डरोसा एलिमेंट्री से नहीं ले जा पाए हैं, तो केविन को लगता है कि जीवन उसे अपनी गलतियों को सुधारने का मौका दे रहा है। बस में बच्चों के साथ जा रही स्कूल टीचर मैरी (अमेरिका फेरारा) से वह बाद में दुख के साथ कहता है, "दूसरा मौका हमेशा वैसा नहीं होता जैसा हम सोचते हैं।"

कैसा है निर्देशन और अभिनय?

ग्रीनग्रास ने असली आग और सीजीआई (कंप्यूटर जनरेटेड इमेजरी) का उपयोग करके आग को 'जॉज़' के शार्क की तरह खतरनाक दिखाया है। आग की लपटों से घिरी बस के लंबे शॉट्स बेहद डरावने हैं, जिससे जब केविन अंततः आग के घेरे को तोड़कर दिन के उजाले में आता है, तो राहत बहुत बड़ी महसूस होती है। मैक्कॉनौघे ने अपने किरदार केविन को बखूबी निभाया है। अमेरिका फेरारा ने भी एक सामान्य स्कूल टीचर के किरदार को गर्मजोशी और साहस से भर दिया है।

कहां देखें 'द लॉस्ट बस'?

'द लॉस्ट बस' जलवायु परिवर्तन और लापरवाही के दिल से निकली एक रोमांचक और डरावनी यात्रा है, जो अंततः बचाव की एक छोटी सी किरण दिखाती है। यह फिल्म अब Apple TV+ पर स्ट्रीम हो रही है।

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