रजनीकांत की 'कूली' आज रिलीज़: सुपरस्टारडम के 50 साल पूरे
रजनीकांत की 'कूली' आज रिलीज़, 50 साल का फिल्मी करियर पूरा।


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क्या हुआ?
सुपरस्टार रजनीकांत की नई फिल्म 'कूली' आज (14 अगस्त, 2025) सिनेमाघरों में रिलीज़ हो रही है। यह फिल्म रजनीकांत के 50 साल के फिल्मी करियर के लिए एक खास मौका है। रजनीकांत, जिनकी उम्र अब 74 साल हो चुकी है, आज भी अपने फैंस के दिलों पर राज करते हैं और उनकी नई फिल्म का चेन्नई समेत पूरी दुनिया में बेसब्री से इंतजार हो रहा है।
रजनीकांत का अंदाज़
रजनीकांत को अक्सर उनके खास अंदाज़ के लिए जाना जाता है – जैसे बालों को पीछे झटकना, सिगरेट को मुंह में उछालना और बिजली की रफ्तार से डायलॉग बोलना। ये सब उनके ट्रेडमार्क बन चुके हैं। लेकिन इन बाहरी अदाओं के पीछे एक बेहतरीन अभिनेता छिपा है, जो सिर्फ अपनी आँखों और माथे के एक छोटे से हावभाव से भी दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींच लेते हैं। उनके एक्सप्रेशन दो पन्नों की लंबी स्पीच से कहीं ज़्यादा कह जाते हैं।
टिकट के लिए दीवानगी
रजनीकांत का जलवा 1975 में उनके करियर की शुरुआत से ही बरकरार है। पुराने मद्रास (आज का चेन्नई) में उन दिनों लोग लंबी-लंबी कतारों में खड़े होकर टिकट खरीदते थे। ऑनलाइन बिक्री, ओटीटी रिलीज़ या डिजिटल इकोनॉमी जैसी चीजें तब नहीं थीं। उस समय किसी बड़ी फिल्म की माँग चार-पाँच सिनेमाघरों तक ही सीमित रहती थी, और रजनीकांत की फिल्में भी इसका अपवाद नहीं थीं। शुरुआत में उनके फैंस ही मुख्य दर्शक होते थे, फिर बाद में 'वर्ड-ऑफ-माउथ' (लोगों की जुबानी तारीफ) से परिवार भी सिनेमाघरों तक पहुँचने लगे।
पहले कैसी थी दीवानगी?
कई बार तो फिल्म रिलीज़ होने के पंद्रह दिन बाद भी टिकटों की बिक्री में तेज़ी बनी रहती थी। दोपहर के शो में महिलाएं और बच्चे भी बड़ी संख्या में पहुँचते थे, और अक्सर 'हाउस-फुल' का बोर्ड लग जाता था। फिल्म देखने की ज़िद में कई छोटे बच्चे तो रोने लगते थे, यहाँ तक कि उस दौर के मशहूर वेलिंगटन थिएटर में एक बच्चा तो ज़मीन पर ही लोटपोट हो गया था। उस समय रजनीकांत और कमल हासन की जोड़ी का भी जलवा था, और यह दोनों आज भी अपनी कला और लंबे करियर के गवाह हैं।
चेन्नई से उनका रिश्ता
1980 के दशक में, अन्ना सलाई (जिसे तब माउंट रोड कहा जाता था) पर रजनीकांत के बड़े-बड़े कटआउट लगे होते थे। बाइक पर गुस्से में आते रजनीकांत या हाथ में पिस्तौल लिए टहलते हुए उनके पोस्टर मद्रास की सड़कों की पहचान बन चुके थे। रजनीकांत ने 1975 से लेकर आज तक बॉक्स ऑफिस पर राज किया है, जो बिल्कुल भी आसान नहीं है। अपने खास अंदाज़ और बेंगलुरु से आए इस कलाकार ने हमेशा मद्रास और चेन्नई को एक मजबूत धागे से बांधे रखा है।
आज का दौर: 'कूली' और लोकेश कनगराज
आज रजनीकांत के साथ बड़े हुए पुराने फैंस और नए दर्शक, सभी यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि निर्देशक लोकेश कनगराज ने 'कूली' में इस सुपरस्टार को कैसे पेश किया है। रजनीकांत का बेजोड़ अंदाज़ और उनका स्टारडम आज भी उतना ही कायम है, जितना पहले था।