पाकिस्तान में बाढ़ का कहर: खैबर पख्तूनख्वा में 300 से ज़्यादा मौतें
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बाढ़ से 300 से ज़्यादा मौतें।


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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में अचानक आई बाढ़ और भारी बारिश ने भीषण तबाही मचाई है। प्रांतीय अधिकारियों ने शनिवार (16 अगस्त, 2025) को बताया कि इन आपदाओं में मरने वालों की संख्या 300 से अधिक हो गई है। अकेले शुक्रवार (15 अगस्त, 2025) को ही 200 से ज़्यादा लोगों की जान चली गई थी।
मृतकों का आंकड़ा बढ़ा
प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (PDMA) की रिपोर्ट के अनुसार, बाढ़ से कुल 307 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में सबसे ज़्यादा संख्या बूनर जिले से है, जहाँ कम से कम 184 लोगों ने अपनी जान गंवाई। शांगला में 36, मनसेहरा में 23, स्वात में 22, बाजौर में 21 और बट्टाग्राम में 15 मौतें दर्ज की गईं। इसके अलावा, निचले दीर में पाँच लोगों की मौत हुई, जबकि एबटाबाद में एक बच्चा डूब गया।
कैसे हुआ हादसा
प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रवक्ता फैजी ने बताया कि खैबर पख्तूनख्वा के कई जिलों जैसे बाजौर, बूनर, स्वात, मनसेहरा, शांगला, तोरघर और बट्टाग्राम में भारी बारिश, बादल फटने और अचानक आई बाढ़ के कारण यह भयंकर तबाही हुई है। मिंगोरा (जो स्वात घाटी का मुख्य शहर है) के इलाकों में क्षतिग्रस्त गाड़ियाँ बिजली के खंभों पर फंसी हुई देखी गईं और अग्निशमन विभाग के वाहन भी बाढ़ के पानी में डूब गए।
लापता लोगों की तलाश जारी
PDMA के प्रवक्ता ने शुक्रवार को ही आशंका जताई थी कि मृतकों और घायलों की संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि प्रभावित इलाकों में अभी भी कई लोग लापता हैं। बचाव और राहत कार्य लगातार जारी हैं।
मॉनसून का व्यापक असर
जून के अंत में मॉनसून का मौसम शुरू होने के बाद से, पाकिस्तान में भारी बारिश ने कहर बरपाया है। इसका सबसे ज़्यादा असर खैबर पख्तूनख्वा और उत्तरी क्षेत्रों पर पड़ा है। इन बारिशों से देश भर में घातक बाढ़, भूस्खलन और बड़े पैमाने पर लोगों का विस्थापन हुआ है, खासकर उन कमजोर, खराब जल निकासी वाले या घनी आबादी वाले इलाकों में।