नमक्कल में किडनी बेचने के आरोपों पर सख्त जांच
नमक्कल में किडनी बेचने के आरोपों पर सख्त जांच: तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री


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तमिलनाडु के नमक्कल जिले में कथित तौर पर किडनी बेचने के एक बड़े मामले की विस्तृत जांच शुरू हो गई है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मा. सुब्रमण्यन ने शुक्रवार, 18 जुलाई 2025 को चेन्नई में इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि तमिलनाडु स्वास्थ्य प्रणाली परियोजना के परियोजना निदेशक एस. विनीत इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं और दो हफ्ते के भीतर सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। रिपोर्ट के निष्कर्षों के आधार पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
क्या है पूरा मामला?
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मीडिया रिपोर्टों के आधार पर यह जांच शुरू की गई है। शुरुआती जांच में 52 वर्षीय एक व्यक्ति की भूमिका सामने आई है, जो कथित तौर पर इस काम में बिचौलिए का काम कर रहा था। आरोप है कि इस व्यक्ति ने पल्लिपलायम के अन्नाई सत्यनगर स्थित पावरलूम इकाई के मजदूरों को पैसे का लालच देकर अपनी किडनी बेचने के लिए मजबूर किया। इस बिचौलिए के खिलाफ पल्लिपलायम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
पहले भी सामने आया था ऐसा ही मामला
मंत्री सुब्रमण्यन ने पत्रकारों को बताया कि लगभग एक साल पहले भी इसी तरह की शिकायत सामने आई थी, जिस पर तत्कालीन जिला कलेक्टर ने कार्रवाई की थी। अब यह मामला फिर से सामने आया है। उन्होंने दोहराया कि जांच पूरी होने के बाद जो भी लोग इसमें शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अंगदान और स्वास्थ्य सेवाओं पर भी चर्चा
स्वास्थ्य मंत्री ने इस दौरान यह भी बताया कि तमिलनाडु अंगदान के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में से एक है और यहां अंगदान के बारे में काफी जागरूकता फैलाई गई है। वे राज्य भर के 25 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) में नए पॉलीक्लिनिक शुरू करने के एक कार्यक्रम के मौके पर पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने जानकारी दी कि राज्य में पहले से ही 108 पॉलीक्लिनिक चल रहे हैं। ये सुविधाएं शाम 4:30 बजे से रात 8:30 बजे तक खुली रहती हैं और इनमें सामान्य चिकित्सा, बाल रोग, स्त्री रोग, त्वचा विज्ञान, नेत्र विज्ञान, दंत चिकित्सा, मनोरोग और फिजियोथेरेपी सहित कई सेवाएं उपलब्ध हैं।
तिरुवल्लूर में नई स्वास्थ्य सुविधाओं की नींव
इस कार्यक्रम के दौरान, मंत्री ने तिरुवल्लूर जिले के 14 स्थानों पर 11.85 करोड़ रुपये की लागत से भवन निर्माण की आधारशिला भी रखी। इन भवनों में स्वास्थ्य उप-केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और नर्सों के रहने के लिए क्वार्टर शामिल हैं।