खालिद जमील की अगुवाई में भारत की विजयी शुरुआत, ताजिकिस्तान को 2-1 से हराया
भारत ने खालिद जमील के नेतृत्व में ताजिकिस्तान को 2-1 से हराया।


tarun@chugal.com
भारतीय फुटबॉल टीम ने नए मुख्य कोच खालिद जमील के नेतृत्व में शानदार शुरुआत की है। टीम ने CAFA नेशंस कप के अपने पहले मुकाबले में ऊंची रैंकिंग वाली ताजिकिस्तान को 2-1 से हरा दिया। यह मैच शुक्रवार, 29 अगस्त 2025 को ताजिकिस्तान के हिसोर में खेला गया। भारत के लिए डिफेंडर अनवर अली और संदेश झिंगन ने शुरुआती 15 मिनट में गोल किए, जबकि कप्तान गुरप्रीत सिंह संधू ने कई अहम बचाव कर टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मैच की शानदार शुरुआत
भारत ने मैच की धमाकेदार शुरुआत की। विश्व में 133वें नंबर पर मौजूद भारत ने मैच के पांचवें मिनट में ही बढ़त बना ली। डिफेंडर अनवर अली ने बाईं ओर से मुहम्मद उवैस मोइक्कल की लंबी थ्रो-इन पर हेडर से गोल किया। गेंद गोल के सामने हुई अफरा-तफरी में एक डिफेंडर से टकराकर वापस लौटी, जिसके बाद रेफरी ने गोल अनवर अली के नाम किया।
आठ मिनट बाद, यानी 13वें मिनट में, भारत की बढ़त दोगुनी हो गई। अनवर अली के बाएं पैर से दिए गए क्रॉस को राहुल भेके ने ज़ोरदार हेडर से गोल पोस्ट की ओर मारा। ताजिकिस्तान के गोलकीपर मुहरिद्दीन हसनोव ने गेंद को मुश्किल से रोका, लेकिन पास में मौजूद संदेश झिंगन ने तुरंत हरकत में आते हुए रिबाउंड पर गेंद को नेट में धकेल दिया।
ताजिकिस्तान की वापसी और गुरप्रीत का कमाल
2-0 की बढ़त बनाने के बाद भारतीय टीम ने थोड़ा रक्षात्मक रुख अपनाया। इसका फायदा उठाते हुए स्थानीय समर्थन से उत्साहित ताजिकिस्तान ने वापसी की कोशिश की। मैच के 23वें मिनट में शेरिद्दीन बोबोव ने शाहरोम सामिएव को पास दिया, जिन्होंने गति और ताकत से झिंगन को छकाते हुए गुरप्रीत के बाईं ओर से गोल कर स्कोर 2-1 कर दिया।
हालांकि, मैच में भारतीय गोलकीपर और कप्तान गुरप्रीत सिंह संधू 'द वॉल' बनकर खड़े रहे। उन्होंने पूरे मैच में, खासकर दूसरे हाफ में, कई शानदार बचाव किए। इसमें सबसे महत्वपूर्ण ताजिकिस्तान के रुस्तम सोइरोव की पेनल्टी किक को बचाना था। 75वें मिनट में विक्रम प्रताप सिंह द्वारा ताजिकिस्तान के स्ट्राइकर रुस्तम सोइरोव पर फाउल करने के कारण टीम को पेनल्टी मिली थी, लेकिन गुरप्रीत ने अपने दाहिनी ओर गोता लगाकर और अपने लंबे पैरों का इस्तेमाल करके सोइरोव के शॉट को सफलतापूर्वक रोक दिया। गुरप्रीत ने दूसरे हाफ में कुल पांच बेहतरीन बचाव किए।
नए कोच खालिद जमील का प्रभाव
यह खालिद जमील का भारतीय टीम के मुख्य कोच के रूप में पहला मैच था और उन्हें इससे बेहतर शुरुआत की उम्मीद नहीं हो सकती थी। पूर्व कोच मनोलो मार्केज़ के तहत बाहर रहने के बाद गुरप्रीत सिंह संधू की वापसी हुई, और उन्होंने अपनी काबिलियत साबित की।
भारतीय प्रशंसक इस परिणाम का लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। हम जानते हैं कि कभी-कभी हमें गहरा बचाव करना पड़ा, लेकिन हम अभी भी शुरुआत कर रहे हैं और हमें इस जीत पर आगे बढ़ना है। ईरान के खिलाफ हमें और मजबूत प्रदर्शन करना होगा।
हालांकि, टीम के अटैक में गुणवत्ता की कमी अभी भी एक बड़ी समस्या है, लेकिन इस मैच में अनवर और झिंगन ने शुरुआती 15 मिनट में गोल करके अंतरराष्ट्रीय मैचों में गोल सूखे को खत्म किया। जमील की रणनीति में टीम की रक्षात्मक और आक्रामक संरचना में उनका प्रभाव साफ दिखाई दिया।
टीम में बदलाव और आगे की चुनौती
दूसरे हाफ में भारतीय कोच ने तीन बदलाव किए। ईस्ट बंगाल के नओरेम महेश सिंह को अटैकिंग विंग हाफ, निखिल प्रभु को डिफेंसिव स्क्रीन और दानिश फारूक को मैदान में उतारा गया। हालांकि, ताजिकिस्तान की हाई-लाइन खेल शैली ने भारतीय फॉरवर्ड विक्रम प्रताप सिंह और इरफान यादवड को ज्यादा मौके नहीं दिए, क्योंकि मध्य मैदान से उन्हें पर्याप्त गेंदें नहीं मिल पाईं। अब भारतीय टीम का अगला मुकाबला ईरान से होगा, जहाँ टीम को अपनी रणनीतियों पर और काम करना होगा।