एशिया कप 2025: पाकिस्तान और श्रीलंका के लिए 'करो या मरो' का मुकाबला!

एशिया कप 2025 में पाकिस्तान और श्रीलंका के लिए 'करो या मरो' का मुकाबला

Published · By Tarun · Category: Sports
एशिया कप 2025: पाकिस्तान और श्रीलंका के लिए 'करो या मरो' का मुकाबला!
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क्या है मुकाबला?

एशिया कप 2025 में मंगलवार, 23 सितंबर 2025 को पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच एक बेहद अहम 'करो या मरो' का मुकाबला खेला जाएगा। यह मैच अबू धाबी के जायद क्रिकेट स्टेडियम में होगा। भारत पहले ही टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए सबसे मजबूत दावेदार बनकर उभरा है। ऐसे में यह मैच एक तरह से महाद्वीप की 'दूसरी सर्वश्रेष्ठ' टीम तय करने जैसा होगा, जो फाइनल में अपनी जगह पक्की कर पाएगी।

फाइनल की दौड़ में कौन?

सुपर-4 राउंड में पाकिस्तान को भारत से और श्रीलंका को बांग्लादेश से हार का सामना करना पड़ा था। इस हार के बाद दोनों ही टीमों के लिए यह मुकाबला जीतना बेहद जरूरी है। जो टीम यह मैच जीतेगी, वह सीधे फाइनल में अपनी जगह पक्की कर लेगी। वहीं, हारने वाली टीम टूर्नामेंट से बाहर तो नहीं होगी, लेकिन उसकी उम्मीदें सिर्फ गणितीय समीकरणों और नेट रन रेट पर निर्भर करेंगी, जो कि बेहद मुश्किल होगा।

दोनों टीमों की पिछली चुनौतियां

पाकिस्तान और श्रीलंका दोनों टीमों ने अपने पिछले मैचों में एक जैसी चुनौतियां झेली हैं। पावरप्ले में अच्छी शुरुआत के बाद दोनों ही टीमें बीच के ओवरों में रनों की गति को बरकरार नहीं रख पाईं। इसके अलावा, दोनों के बल्लेबाजी क्रम में कमजोर टीमों के खिलाफ भी बिखरने की प्रवृत्ति देखी गई है। पाकिस्तान का मध्यक्रम यूएई के खिलाफ लड़खड़ा गया था, वहीं श्रीलंका लगभग हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ एक जीती हुई बाजी गंवाने की कगार पर आ गया था।

प्रमुख खिलाड़ी जिन पर होगी नजर

मध्यक्रम में अनिश्चितता को देखते हुए, दोनों टीमों के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों पर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव होगा। पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज साहिबजादा फरहान (132 रन) और श्रीलंका के पथुम निसंका (146 रन) इस टूर्नामेंट में अब तक शानदार फॉर्म में रहे हैं। इन दोनों पर ही अपनी-अपनी टीमों को मजबूत शुरुआत दिलाने की बड़ी जिम्मेदारी होगी।

पिच की स्थिति और रणनीति

दुबई की पिचों के विपरीत, अबू धाबी की पिचें तेज गेंदबाजों के लिए ज्यादा अनुकूल रही हैं। ऐसे में दोनों टीमें अपनी रणनीति में बदलाव नहीं करेंगी और संभवतः दो विशेषज्ञ तेज गेंदबाजों के साथ एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर को मैदान में उतारेंगी। उम्मीद है कि तेज गेंदबाज इस मुकाबले में अहम भूमिका निभाएंगे।

श्रीलंका को मिल सकता है फायदा

श्रीलंका की टीम इस मैदान पर पहले भी दो मैच जीत चुकी है। अबू धाबी की परिस्थितियों से उनकी यह परिचितता उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में थोड़ा अतिरिक्त फायदा दे सकती है। स्थानीय परिस्थितियों की जानकारी और वहां खेलने का अनुभव उनके लिए मददगार साबित हो सकता है।

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